नमस्कार दोस्तों,
मेरा नाम Sanjeev है और मैं पिछले 10+ सालों से इंडियन एयरफोर्स में पायलट ट्रेनर के रूप में काम कर चुका हूँ। अपने लंबे अनुभव के दौरान मैंने हजारों कैडेट्स को ट्रेनिंग दी है और उन्हें सफल एयरफोर्स पायलट बनते देखा है।
बहुत से युवा मुझसे हमेशा यही सवाल पूछते हैं “सर, एयरफोर्स पायलट कैसे बनें? NDA से लेकर ट्रेनिंग और सैलरी तक हमें क्या-क्या करना पड़ता है?”
अगर आपके मन में भी यही सवाल है, तो यह आर्टिकल खास आपके लिए है। यहाँ मैं आपको आसान भाषा में एयरफोर्स पायलट बनने की पूरी प्रक्रिया बताऊँगा – 12वीं के बाद क्या पढ़ाई करनी है, NDA और एयरफोर्स एग्जाम कैसे पास करना है, मेडिकल फिटनेस क्या होनी चाहिए, ट्रेनिंग कितनी लंबी होती है और एक पायलट की सैलरी कितनी मिलती है।
तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं कि कैसे आप भी भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) में पायलट बन सकते हैं।
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए रास्ता क्या है?

भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) में पायलट बनने के कई रास्ते होते हैं, लेकिन सबसे लोकप्रिय और आसान रास्ता NDA (National Defence Academy) परीक्षा है। अगर आप 12वीं कक्षा के बाद ही पायलट बनना चाहते हैं, तो NDA आपके लिए सबसे सही विकल्प है। इसके अलावा आप CDS (Combined Defence Services) और AFCAT (Air Force Common Admission Test) के जरिए भी एयरफोर्स में शामिल हो सकते हैं।
- NDA: केवल 12वीं पास छात्र यहाँ से सीधे एयरफोर्स में जा सकते हैं।
- CDS: यह परीक्षा ग्रेजुएशन के बाद दी जाती है।
- AFCAT: यह परीक्षा भी ग्रेजुएट्स के लिए होती है, खासतौर पर फ्लाइंग ब्रांच में जाने के लिए।
अगर आप अभी 12वीं कर रहे हैं या पूरी कर चुके हैं, तो आपके लिए सबसे पहला और सही रास्ता NDA परीक्षा है।
NDA के जरिए एयरफोर्स में कैसे शामिल हों?
अगर आप 12वीं के बाद ही एयरफोर्स पायलट बनना चाहते हैं, तो NDA (National Defence Academy) आपके लिए पहला और सबसे बेहतर रास्ता है।
- परीक्षा कब होती है?
NDA की परीक्षा हर साल दो बार (अप्रैल और सितंबर) में UPSC द्वारा आयोजित की जाती है। - कौन दे सकता है?
केवल 12वीं पास या 12वीं में पढ़ रहे छात्र (फिजिक्स और मैथ्स जरूरी विषय) NDA परीक्षा दे सकते हैं। - परीक्षा पैटर्न
इसमें गणित (Mathematics) और सामान्य योग्यता (General Ability Test) पेपर होते हैं। - चयन प्रक्रिया
लिखित परीक्षा पास करने के बाद, उम्मीदवार को SSB इंटरव्यू, मेडिकल टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से गुजरना पड़ता है। - ट्रेनिंग
चयनित उम्मीदवारों को पहले NDA (पुणे) में ट्रेनिंग मिलती है और फिर एयरफोर्स अकादमी (हैदराबाद) भेजा जाता है।
NDA पास करना एयरफोर्स पायलट बनने का सबसे पहला और मजबूत कदम है।
CDS और AFCAT जैसे दूसरे रास्ते
अगर आप 12वीं के बाद सीधे NDA से नहीं जा पाए, तो चिंता की कोई बात नहीं है। एयरफोर्स पायलट बनने के और भी रास्ते हैं।
- CDS (Combined Defence Services Exam)
यह परीक्षा UPSC द्वारा कराई जाती है और इसमें बैठने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन (B.Sc, B.Tech या BE) होना चाहिए।
CDS पास करने के बाद आप एयरफोर्स अकादमी (हैदराबाद) में ट्रेनिंग लेकर पायलट बन सकते हैं। - AFCAT (Air Force Common Admission Test)
यह परीक्षा सीधे भारतीय वायु सेना आयोजित करती है। इसमें फ्लाइंग ब्रांच के लिए अप्लाई करने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन और फिजिक्स व मैथ्स की पढ़ाई 12वीं में होनी चाहिए।
AFCAT पास करने वालों को भी SSB इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट से गुजरना पड़ता है।
यानी अगर NDA का मौका निकल भी जाए, तो CDS और AFCAT आपके लिए एयरफोर्स पायलट बनने के बेहतरीन विकल्प हैं।
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए योग्यता (Eligibility)
भारतीय वायु सेना में पायलट बनने के लिए कुछ खास योग्यता और शर्तें पूरी करनी होती हैं। यह शैक्षणिक, उम्र से जुड़ी और मेडिकल फिटनेस से संबंधित होती हैं।
शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification)
- उम्मीदवार ने 12वीं कक्षा में फिजिक्स और मैथ्स विषय के साथ पास किया होना चाहिए।
- NDA के लिए 12वीं पास होना पर्याप्त है।
- CDS या AFCAT के लिए उम्मीदवार के पास ग्रेजुएशन (B.Sc, B.Tech या BE) होना जरूरी है।
उम्र की सीमा (Age Limit)
- NDA के जरिए: 16.5 से 19.5 साल।
- CDS और AFCAT के जरिए: 20 से 24 साल।
प्रतिशत (%) और GPA की जरूरत
- NDA के लिए किसी खास प्रतिशत की शर्त नहीं है, बस 12वीं में मैथ्स और फिजिक्स होना चाहिए।
- CDS और AFCAT के लिए आमतौर पर न्यूनतम 60% अंक चाहिए।
यानी, अगर आप 12वीं में मैथ्स और फिजिक्स के साथ पढ़ाई करते हैं और निर्धारित उम्र में हैं, तो आप एयरफोर्स पायलट बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए जरूरी विषय (Subjects Required)
भारतीय वायु सेना में पायलट बनने के लिए आपकी स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई में कुछ खास विषय होना बहुत ज़रूरी है।
- गणित (Mathematics) – पायलट बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण विषय।
- भौतिकी (Physics) – फ्लाइंग, एरोडायनामिक्स और मशीनों को समझने के लिए ज़रूरी।
- अंग्रेज़ी (English) – एयरफोर्स की ट्रेनिंग और एग्जाम ज्यादातर अंग्रेज़ी में होते हैं।
अगर आप NDA से पायलट बनना चाहते हैं, तो 12वीं में मैथ्स और फिजिक्स होना अनिवार्य है।
ग्रेजुएशन लेवल पर B.Sc (Physics/Maths) या B.Tech/BE आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प है।
इसलिए अगर आप सच में एयरफोर्स पायलट बनने का सपना देख रहे हैं, तो Maths और Physics को मज़बूत करना सबसे पहला कदम है।
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए मेडिकल और हाइट क्राइटेरिया
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि शारीरिक फिटनेस और मेडिकल टेस्ट भी उतने ही ज़रूरी हैं। इंडियन एयरफोर्स के अपने खास मेडिकल मानक होते हैं।
पायलट के लिए कितनी हाइट चाहिए?
- पुरुष उम्मीदवार: कम से कम 162.5 सेमी
- महिला उम्मीदवार: कम से कम 152 सेमी
- लेग लेंथ, थाई लेंथ और आर्म लेंथ की भी जांच की जाती है।
नजर (Eyesight) और फिटनेस टेस्ट
- दृष्टि (Vision):
- सामान्य दृष्टि 6/6 होनी चाहिए (चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस की सीमा तय है)।
- रंगों को पहचानने की क्षमता (Colour Vision) सही होनी चाहिए।
- फिटनेस टेस्ट:
- हार्ट, ब्लड प्रेशर और श्वसन प्रणाली की जांच होती है।
- ओबेसिटी (मोटापा) या किसी भी गंभीर बीमारी की अनुमति नहीं है।
सरल शब्दों में, एयरफोर्स पायलट बनने के लिए आपको स्वस्थ शरीर, तेज दिमाग और चुस्त फिटनेस की ज़रूरत होती है।
NDA और एयरफोर्स एग्जाम डिटेल्स
एयरफोर्स पायलट बनने का पहला और सबसे बड़ा कदम है NDA (National Defence Academy) परीक्षा। यह परीक्षा UPSC द्वारा आयोजित की जाती है और हर साल लाखों छात्र इसमें बैठते हैं।
एग्जाम पैटर्न और सिलेबस
- लिखित परीक्षा
- Mathematics – 300 अंक
- General Ability Test (GAT) – 600 अंक
- कुल: 900 अंक
- SSB इंटरव्यू – 900 अंक
- Medical Test – केवल क्वालिफाइंग नेचर
सिलेबस में शामिल विषय:
- गणित (Trigonometry, Algebra, Calculus, Geometry)
- फिजिक्स, केमिस्ट्री और सामान्य विज्ञान
- इंग्लिश (Grammar, Vocabulary, Comprehension)
- करेंट अफेयर्स और जनरल नॉलेज
एग्जाम की तैयारी कैसे करें?
- रोज़ाना गणित और इंग्लिश का अभ्यास करें।
- पिछले सालों के प्रश्न पत्र हल करें।
- करेंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान पर ध्यान दें।
- शारीरिक और मानसिक फिटनेस बनाए रखें, क्योंकि लिखित परीक्षा के बाद SSB इंटरव्यू भी उतना ही अहम है।
NDA पास करना आसान नहीं है, लेकिन सही तैयारी और निरंतर मेहनत से आप इसे क्लियर कर सकते हैं।
एयरफोर्स SSB इंटरव्यू और चयन प्रक्रिया
NDA या AFCAT/ CDS लिखित परीक्षा पास करने के बाद SSB (Services Selection Board) इंटरव्यू होता है। यह इंटरव्यू एयरफोर्स पायलट बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है।
SSB इंटरव्यू क्या है?
SSB इंटरव्यू 5 दिन का प्रोसेस होता है जिसमें उम्मीदवार की नेतृत्व क्षमता, मानसिक ताकत, व्यक्तित्व और टीम वर्क स्किल्स को परखा जाता है।
SSB इंटरव्यू के मुख्य हिस्से:
- Psychological Test – मानसिक स्थिति और सोचने की क्षमता को टेस्ट किया जाता है।
- Group Tasks – टीमवर्क और लीडरशिप स्किल्स की जाँच।
- Personal Interview – उम्मीदवार की सोच, निर्णय लेने की क्षमता और मोटिवेशन का आकलन।
- Medical Examination – अंतिम रूप से फिटनेस टेस्ट किया जाता है।
चयन प्रक्रिया
- लिखित परीक्षा + SSB इंटरव्यू + मेडिकल टेस्ट पास करने वाले उम्मीदवार ही एयरफोर्स अकादमी में ट्रेनिंग के लिए चयनित होते हैं।
- चयन के बाद ट्रेनिंग NDA या एयरफोर्स अकादमी (हैदराबाद) में शुरू होती है।
यानी, सिर्फ अच्छे अंक नहीं, बल्कि फिटनेस, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता भी एयरफोर्स पायलट बनने में अहम भूमिका निभाती है।
एयरफोर्स पायलट बनने में कितने साल लगते हैं?

एयरफोर्स पायलट बनने की प्रक्रिया लंबी और व्यवस्थित होती है। शुरुआत से लेकर ट्रेनिंग पूरी होने तक आम तौर पर 4 से 6 साल लग सकते हैं।
समय का विवरण
- NDA या CDS/AFCAT परीक्षा की तैयारी – लगभग 1 से 2 साल।
- लिखित परीक्षा और SSB इंटरव्यू – चयन प्रक्रिया में 6 महीने से 1 साल।
- NDA / एयरफोर्स अकादमी ट्रेनिंग – लगभग 1.5 से 2 साल।
- फ्लाइंग ट्रेनिंग – 1 से 1.5 साल।
इसका मतलब है कि यदि आप अभी 12वीं पास हैं, तो लगभग 21–22 साल की उम्र में आप एयरफोर्स पायलट बन सकते हैं।
एयरफोर्स पायलट ट्रेनिंग डिटेल्स
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए ट्रेनिंग सबसे अहम हिस्सा है। इसमें आपको फ्लाइंग, तकनीकी ज्ञान और नेतृत्व क्षमता सिखाई जाती है।
ट्रेनिंग कितने समय की होती है?
- NDA / एयरफोर्स अकादमी ट्रेनिंग – लगभग 1.5 से 2 साल।
- फ्लाइंग ट्रेनिंग – 1 से 1.5 साल।
- कुल मिलाकर, उम्मीदवार लगभग 3 से 4 साल की पूरी ट्रेनिंग पूरी करता है।
ट्रेनिंग में क्या सिखाया जाता है?
- Basic Flying Skills – छोटे ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट उड़ाना सीखना।
- Advanced Flying Skills – फाइटर जेट्स और हाई-स्पीड एयरक्राफ्ट उड़ाना।
- Navigation & Communication – एयर ट्रैफिक कंट्रोल और नेविगेशन।
- Aerial Combat Techniques – फाइटिंग और मिशन रणनीति।
- Physical Fitness & Leadership – फिजिकल ट्रेनिंग और टीम लीडरशिप।
ट्रेनिंग कठिन होती है, लेकिन इसे पूरा करने के बाद ही आप फुल-फ्लेज्ड एयरफोर्स पायलट बनते हैं।
एयरफोर्स पायलट बनने का खर्च (Cost of Becoming a Pilot)
बहुत से छात्र सोचते हैं कि एयरफोर्स पायलट बनने में बहुत पैसा लगेगा, लेकिन इंडियन एयरफोर्स में ट्रेनिंग सरकारी फंडेड होती है, इसलिए अधिकांश खर्चों की चिंता नहीं करनी पड़ती।
खर्च का विवरण
- NDA / एयरफोर्स अकादमी ट्रेनिंग – सरकारी फंडेड, आपको स्टाइपेंड और हॉस्टल सुविधा मिलती है।
- फ्लाइंग ट्रेनिंग – पूरी तरह से एयरफोर्स द्वारा कवर।
- अतिरिक्त खर्च – किताबें, परीक्षा फीस, SSB इंटरव्यू के लिए यात्रा।
खास बातें
- बिना पैसे के भी पायलट बनना संभव है।
- एयरफोर्स में चयनित होने के बाद आपको ट्रेनिंग के दौरान ही तनख्वाह (Stipend) मिलना शुरू हो जाता है।
यानी, एयरफोर्स पायलट बनने के लिए आपको बड़ी धनराशि की जरूरत नहीं होती, बल्कि मेहनत, योग्यता और फिटनेस सबसे जरूरी हैं।
एयरफोर्स पायलट की सैलरी और भत्ते
एयरफोर्स पायलट बनने के बाद न केवल देश की सेवा करने का मौका मिलता है, बल्कि अच्छी सैलरी और भत्ते भी मिलते हैं।
शुरुआती सैलरी
- फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में शुरुआत में लगभग ₹56,000–₹60,000 प्रति महीने।
- इसके अलावा, फ्लाइंग भत्ता (Flying Allowance) और मिशन भत्ता अलग से मिलता है।
प्रमोशन और करियर ग्रोथ
- समय के साथ रैंक बढ़ती है: Flight Lieutenant → Squadron Leader → Wing Commander → Group Captain।
- हर प्रमोशन के साथ सैलरी और भत्ते भी बढ़ते हैं।
भत्तों में शामिल हैं
- हॉउस रेंट अलाउंस (HRA)
- ट्रैवल अलाउंस
- मेडिकल सुविधा
- रिटायरमेंट के बाद पेंशन
कुल मिलाकर, एयरफोर्स पायलट का करियर सम्मान, सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता सभी देता है।
फाइटर पायलट और फ्लाइंग ऑफिसर में अंतर
बहुत से छात्र एयरफोर्स पायलट बनने के बाद फाइटर पायलट और फ्लाइंग ऑफिसर में फर्क नहीं समझ पाते। आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं।
फ्लाइंग ऑफिसर (Flying Officer)
- यह एयरफोर्स में सबसे शुरुआती रैंक है।
- शुरुआत में फ्लाइंग ऑफिसर ट्रेनिंग और बेसिक मिशन पर काम करता है।
- फ्लाइंग ऑफिसर का काम हवाई सुरक्षा, छोटे मिशन और सीखने की प्रक्रिया में शामिल होता है।
फाइटर पायलट (Fighter Pilot)
- यह एडवांस और ऑपरेशनल रैंक है।
- फाइटर पायलट जेट्स उड़ाता है और ऑपरेशनल मिशन करता है।
- इसके लिए एडवांस फ्लाइंग ट्रेनिंग और बहुत अनुभव की जरूरत होती है।
आसान शब्दों में, फ्लाइंग ऑफिसर शुरूआती ट्रेनिंग और बेसिक फ्लाइट करता है, जबकि फाइटर पायलट ऑपरेशनल मिशन और एडवांस फ्लाइट करता है।
एयरफोर्स पायलट का करियर और प्रमोशन पथ
एयरफोर्स पायलट बनने के बाद आपका करियर धीरे-धीरे रैंक और जिम्मेदारियों के साथ बढ़ता है। यहाँ इसकी आसान जानकारी दी गई है।
शुरुआती रैंक
- Flying Officer – शुरुआत में यह रैंक मिलती है।
- शुरुआत में ट्रेनिंग, बेसिक फ्लाइट और छोटे मिशन पर काम करना होता है।
अगली रैंकें
- Flight Lieutenant – कुछ साल के अनुभव के बाद।
- Squadron Leader – ऑपरेशनल और प्रशासनिक जिम्मेदारी बढ़ती है।
- Wing Commander – बड़े मिशन और टीम लीडरशिप की जिम्मेदारी।
- Group Captain और इसके ऊपर – स्ट्रैटेजिक प्लानिंग और कमांड रैंक।
प्रमोशन के आधार
- अनुभव और योग्यता
- ऑपरेशनल और फ्लाइंग घंटे
- प्रदर्शन और नेतृत्व क्षमता
यानी एयरफोर्स पायलट बनने के बाद सिर्फ उड़ान भरना ही नहीं, बल्कि लीडरशिप और जिम्मेदारी भी धीरे-धीरे बढ़ती है।
FAQs एयरफोर्स पायलट से जुड़े सवाल-जवाब
1. एयरफोर्स पायलट बनने के लिए कौन सा कोर्स जरूरी है?
उत्तर: 12वीं में फिजिक्स और मैथ्स होना जरूरी है। NDA, CDS और AFCAT के माध्यम से एयरफोर्स पायलट बन सकते हैं।
2. क्या 10वीं के बाद एयरफोर्स में जॉइन कर सकते हैं?
उत्तर: 10वीं पास होकर सीधे पायलट नहीं बन सकते। पायलट बनने के लिए 12वीं पास होना अनिवार्य है।
3. एयरफोर्स पायलट की उम्र सीमा कितनी होती है?
उत्तर: NDA के लिए 16.5–19.5 साल, CDS/AFCAT के लिए 20–24 साल।
4. एयरफोर्स पायलट बनने के लिए कितनी हाइट होनी चाहिए?
उत्तर: पुरुष: कम से कम 162.5 सेमी, महिला: कम से कम 152 सेमी।
5. एयरफोर्स पायलट की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर: शुरुआती सैलरी लगभग ₹56,000–₹60,000 प्रति महीने, इसके अलावा फ्लाइंग और मिशन भत्ते भी मिलते हैं।
6. NDA पास करने के बाद एयरफोर्स में कितना समय लगता है?
उत्तर: लगभग 3–4 साल में ट्रेनिंग पूरी होती है और आप फ्लाइंग ऑफिसर बन जाते हैं।
7. एयरफोर्स पायलट बनने में कितना खर्च आता है?
उत्तर: ट्रेनिंग पूरी तरह से सरकारी फंडेड होती है, आपको सिर्फ किताब और यात्रा खर्च अपने आप करना होता है।
8. फ्लाइंग ऑफिसर और फाइटर पायलट में क्या अंतर है?
उत्तर: फ्लाइंग ऑफिसर शुरुआती रैंक है और बेसिक मिशन करता है। फाइटर पायलट एडवांस फ्लाइट और ऑपरेशनल मिशन करता है।
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